Sunday, November 1, 2020

प्रेम कविता

वो करती है

तुमसे

बेइंतहा प्रेम


प्रेम में...वो

अपना सर्वस्व

त्याग कर

तुम्हारे पास आई है


उसे अपने

मतलब के

हिसाब से

इस्तेमाल कर

दुत्कार देना


उस स्त्री के

साथ साथ

उस प्रेम

का भी

अपमान है

जो उसने

तुमसे किया था...!!

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