Wednesday, March 31, 2021

 


तुम्हारे भीगे

गेशुओं से

लिपटी हुई

उफ्फ्फ !

ये पानी की

बूंदें

इन पानी की

बूंदों से

मेरी कविताओं में

बारिश

होने लगती है

जब तुम इन

गीले बालों में

मेरे ह्रदय में

उतर आती हो..!!


अंकित तिवारी ||

 तुमसे हमको है

बस इतनी सी .. मोहब्बत


तेरे होने से हैं

मेरे आठों पहर . खूबसूरत...!!


अंकित तिवारी ||

 सुनो जानाँ !

आ जाओ अब

तुम हमारे क़रीब

लिखनी है

तुम्हारी पेशानी पे

एक प्रेम कविता


लिखनी है

एक प्रेम कहानी

तुम्हारे अधरों पे

तुम्हारी आँखों से

चुराकर

काली स्याही


की आ जाओ

अब तुम

हमारे क़रीब

की बनानी है

एक प्रेम धुन

तुम्हारी

कलाइयों की

हरी हरी

चूड़ियों की

खनक़ से

चुराकर..!!


अंकित तिवारी ||

 


ठंडे पड़ चुके

खून में

अब वो

जोश कहाँ

इन चिलमियों

को अब

होश कहाँ


न जाने

कितने ही

बने फ़िरते हैं

नेता आजकल

पर इनमें से

कोई बोस कहाँ..!!


नेताजी सुभाष चंद्र बोस की

जन्मजयंती पर शत शत नमन


अंकित तिवारी ||

 बदलना ही है

तो बेटियों की

परवरिश का

तरीका बदलो

समाज़ व

समाज़ का

नज़रिया

स्वतः ही

बदल जायेगा..!!


अंकित तिवारी ||

 सुनो जानाँ !

तेरी एक

छुअन को

मेरे जिस्म का

हर एक क़तरा

तड़पता है


मेरी हर रात

सुलगती है

मेरी हर घड़ी

जला करती है....!!


अंकित तिवारी ||

 खा के कसम ओ माँ तेरी मिट्टी की

बढ़ चला हूँ .. तेरी मिट्टी की शान में


काट दूंगा हर उस सर को .. जो

उठेगा ख़िलाफ़ मेरे देश की शान में


बढ़ चला हूँ .. सर पर क़फ़न लिए

ओ मेरी मां !   तेरे तिरंगे की शान में..!!


अंकित तिवारी ||

Tuesday, March 30, 2021

 


ये दिल तो अब सिर्फ़ तुम्हारा है

और इस दिल में सिर्फ़ तुम हो


ये धड़कनें हैं अब सिर्फ़ तुम्हारी

धड़कनों में बसी सिर्फ़ तुम हो


है मेरी एक छोटी सी दुनिया और

उस दुनिया में रहती सिर्फ़ तुम हो...!!


अंकित तिवारी ||






उनकी नज़रों ने .. कुछ यूं देखा हमें
उनसे प्यार कुछ ज्यादा हो गया हमें
उनकी हथेलियों ने कुछ यूं थामा हमें
उनसे प्यार ..कुछ ज्यादा हो गया हमें
उनकी सांसों ने .... कुछ यूं छुआ हमें
उनसे प्यार .. कुछ ज्यादा हो गया हमें...!!

अंकित तिवारी ||


ये उस रात की बात होगी

जिस रात वो मेरे पास होगी


मेरे सीने पे उसका सर होगा

मेरे दिल में उसका घर होगा


कभी वो शरमाएगी

कभी मैं घबराउंगा


कभी उसकी नज़रें झुक जायेंगीं

कभी मैं उसकी नज़रों से नजर मिलाऊँगा


मेरे हाँथों में उसका हाँथ होगा

पर सबसे हसीन उसका साथ होगा.....!!


अंकित तिवारी ||

 हर सुबह

होती है

गुमसुम सी

कुछ

उदास सी

न खड़कता है

कोई पत्ता

और न ही

चहकती है

कोई गौरैया

न होता है

भौरों का

कोई शोर

न होता है

तितलियों का

कोई ठौर


बस होती

है तो

मन में

उदासी

पलकों में

नमी


होता है

सब कुछ ही

होती है

तो बस

तुम्हारी कमी....!!


अंकित तिवारी ||

हो भोर के सूरज की

किरण सी .. तुम

जी चाहता है

निहारता ही रहूं .. तुम्हें


हो पूर्णिमा रात की

ओस की भीनी

सी महक .. तुम

जी चाहता है

सूंघता ही रहूं .. तुम्हें


रातों में ख़्वाबों में

आने वाली

हसीन परी सी .. तुम

जी चाहता है

ख़ोया ही रहूं .. तुझमें


अंकित तिवारी | 

Monday, March 29, 2021

 जानाँ ! तुम कहती हो .. तुम सुंदर नहीं हो !

.

.

तुम्हारी काली आँखें .. तुम्हारा हंसता हुआ चेहरा

तुम्हारे काले केश जो तुम कभी नहीं बनाती हो ..

.

.

और सबसे सुंदर .. तुम्हारा सुंदर सा दिल .. अगर ये

सुंदरता की परिभाषा नहीं तो .. सुंदरता की परिभाषा क्या है.?


अंकित तिवारी ||

 ज़िंदगी को ...... ज़ायकेदार बनाएं

उसमें छोटी छोटी खुशियां मिलाएं...!!

ANKIT TIWARI :))



उनके दिल में भी उठती थी .. लहरें प्यार .. मोहब्बत और इश्क़ की हम मर जाते हैं .. रोज़ नए दिलदार पे वे हो गए शहीद ... वतन के प्यार पे...!! अंकित तिवारी :))


 एसी चालू करके ... मैं सोफ़े पे पसर जाता हूँ

फ़िर टीवी चालू कर .. देश की फ़िक्र करता हूँ...!!


अंकित तिवारी ||



 तुम्हारी पायल

की घुंघरुओं में

मेरी धड़कनें

बसती हैं ... जानाँ !


ज़मीं पे पाँव

सम्हाल के

रखना ... जानाँ !


जो ये टूटे तो

मैं बिखर जाऊंगा ...!!


अंकित तिवारी ||

 ...


तेरी बाहों का

दायरा ही है

आकाश मेरा


तुम साथ

होती हो

जानाँ ! तो

ज़मीं पर

नहीं होते

कदम मेरे


उड़ता हूँ

तुझ संग

सपनों के

आसमां में


बहुत जल्द

अब

हक़ीकत में

चलूंगा ज़मीं पे

संग तेरे

थाम कर

तेरा हाँथ

मेरी ज़िंदगी ..!! 


अंकित तिवारी :)) 

 चाहो

जो तुम

किसी रोज़

हमको कोई

उपहार देना


एक पीले

रुमाल पे

लाल धागे से

अपने नाम के

पहले अक्षर

को टांक

के दे देना .....!!


अंकित तिवारी ||

 गिरा जो तुम्हारी आँखों से एक आंसू

उसने उसी पल उसको थाम लिया


और तुमने उस शख्स को

भी मौका-परस्ती का इल्ज़ाम दे दिया ..!!


अंकित तिवारी 

 कह दूं .. जो

मैं किसी रोज़

मैं ... तुमसे

प्यार नहीं करता


तुम मत करना

यक़ीन मेरे

शब्दों का

तुम पढ़ लेना

मेरी आँखे


जिसमें लिखा

रहता है

हर पल मैं सिर्फ़

तुमसे ही

प्रेम करता हूँ ...!!


अंकित तिवारी 


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