Thursday, November 5, 2020

तुम्हारा

प्रेम

कुछ

वैसे ही आया

मेरे जीवन में


जैसे

किसी सूख कर

जर्जर हो चुके

किसी पेड़ की

एक सूखी हुई

डाल पर

उग आता है

अचानक से

एक नन्हा सा..हरा पत्ता


और उस

पत्ते को देखकर

वो जर्जर

हो चुका पेड़

एक दफ़ा फ़िर

उठ खड़ा होता है

इस आस में

की अभी उसकी

ज़िंदगी कुछ और बाकी है....!!

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