Tuesday, April 20, 2021

 जीवन के लिए .. ज़रूरी है मृत्यु का डर ..!!

अंकित  तिवारी 


हर पल ज़िंदगी का एक इम्तिहान है
अपनी तो ज़िंदगी की यही दास्तान है ..!!

अंकित तिवारी


किसी रोज़ जो गर ............. तुमसे नज़र हटी
तो हम भी देख लेंगे इस दुनिया की खूबसूरती..!!

अंकित तिवारी

 

 

 जानाँ ! तुम कहती हो .. तुम सुंदर नहीं हो !
.
.
तुम्हारी काली आँखें .. तुम्हारा हंसता हुआ चेहरा
तुम्हारे काले केश जो तुम कभी नहीं बनाती हो ..
.
.
और सबसे सुंदर .. तुम्हारा सुंदर सा दिल .. अगर ये
सुंदरता की परिभाषा नहीं तो .. सुंदरता की परिभाषा क्या है.?

 

 अंकित तिवारी 

 

तेरे चेहरे से ..... जानाँ ! . ये जो नूर बरसता है 

बस उसी नूर-ए-नज़र पे मेरा दिल धड़कता है ..!!

 

 अंकित तिवारी







No comments:

Post a Comment

संसद भवन में स्थापित सेंगोल का क्या इतिहास है ?(पांच हजार पूर्व का इतिहास )

पीएम नरेंद्र मोदी जी का एक और ऐतिहासिक फ़ैसला जिसने हमारे पूज्य प्रधानमंत्री जी के गौरव के साथ - साथ भारत के भी सम्मान को भी बढ़...