तुमसे हमको है
बस इतनी सी .. मोहब्बत
तेरे होने से हैं
मेरे आठों पहर . खूबसूरत...!!
तुम्हारे भीगे
गेशुओं से
लिपटी हुई
उफ्फ्फ !
ये पानी की
बूंदें
इन पानी की
बूंदों से
मेरी कविताओं में
बारिश
होने लगती है
जब तुम इन
गीले बालों में
मेरे ह्रदय में
उतर आती हो..!!
अंकित तिवारी
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