प्रेम.....जीवन पर्यन्त चलने वाली एक प्रक्रिया है
प्रेम....पहली नज़र में नहीं होता है....वो सिर्फ़ आकर्षण
होता है....और अगर कोई बस एक दफ़ा तुमको देखकर
एक दफ़ा तुमसे बात करके कहे....वो तुमसे बेइंतहा प्रेम
करता है/करती है....तो बच कर रहें ऐसे लोगों से....!!
अंकित तिवारी
प्रेम” की भी अगर कोई “प्रेमिका” होती
तो वो भी बिल्कुल......तुम जैसी ही होती...!!
अंकित तिवारी
सुनो!
बाद शादी के
गर होऊं....मैं
परेशान कभी
किसी भी
समस्या को लेकर
तुम
सुलझा दिया करना
हर उस समस्या को
मेरे बालों में....अपनी
उंगलियों को फेरकर....!!
अंकित तिवारी
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