प्रेम हुआ तो ,,
मेरे साथ
मेरा हाथ पकड़ के
पार लगाओगे
वो दरियाँ
जो तूफ़ान लिए खड़ा है
प्रेम हुआ तो ,,
मुझसे प्रेम करोगे
या टटोलोगे
मुझमे बेहतर
अगर ना मिला तुम्हे
तुम्हारे मन जितना
प्यारा कुछ ...
तो क्या ?
निभा लोगे
वो प्रेम .....जो
आज दूर रह के निभा रहे हो ||
बता दो ,,
कह दो
मैं कुछ न कहूँगी
मुझे खबर है
बस इतना की ,,
मुझे तुमसे प्रेम है
तुम्हारे बेहतर होने से नहीं
क्या तुम मुझे भी
मेरी तरह स्वीकार लोगे
सुनो तुम ,,
मेरी तरह
मुझे प्रेम कर लोगे
बोलो ना ?
प्रिया मिश्रा
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