Saturday, May 6, 2023

आलसी आदमी और जिन्न


 एक बार की बात है, एक गांव में एक आलसी व्यक्ति  रहता था। वह सुबह उठता, नहाता, खाना खाता और फिर सो जाता था। उसके पास किसी भी चीज की कमी नहीं थी। एक बड़ा खेत, खाना पका कर देने वाली एक सुन्दर-सी पत्नी और दो बच्चों का अच्छा परिवार था।









सब कुछ होने के बाद भी आलसी व्यक्ति के घरवाले एक बात से बहुत परेशान थे। वो बात यह थी किआलसी व्यक्ति  बहुत आलसी था। वो कोई भी काम खुद नहीं करता था और दिन भर सोता रहता था।




एक दिन बच्चों का शोर सुनकर आलसी व्यक्ति  जाग गया और उसने देखा कि उसके दरवाजे पर एक साधु महाराज आए हैं। आलसी व्यक्ति और उसकी पत्नी ने साधु महाराज का स्वागत किया और उन्हें भोजन कराया। भोजन के बाद आलसी व्यक्ति ने साधु की खूब सेवा की।



साधु महाराज उनकी सेवा से बहुत प्रसन्न हुए और उन्हें वरदान मांगने को कहा। आलसी व्यक्ति ने वरदान मांगा कि मुझे कोई भी काम न करना पड़े और मेरी जगह कोई और मेरा काम कर दे।



तब साधु उसे वरदान में एक जिन्न देते हैं और साथ में यह भी कहते हैं कि जिन्न को हमेशा व्यस्त रखना। अगर उसे काम नहीं दिया, तो वो तुम्हें खा जाएगा। वरदान पाकर आलसी व्यक्ति मन ही मन बहुत खुश हुआ और साधु को आदर के साथ विदा किया।



साधु के जाते ही वहां एक जिन्न प्रकट हुआ। पहले तो आलसी व्यक्ति उसे देखकर डर जाता है, लेकिन जैसे ही वो आलसी व्यक्ति से काम मांगता है, तब आलसी व्यक्ति का डर दूर हो जाता है और वो उसे पहला काम खेत जोतने का देता है।



जिन्न वहां से गायब हो जाता है और आलसी व्यक्ति  की खुशी का ठिकाना नहीं रहता। कुछ ही देर में जिन्न फिर आ जाता है और बोलता है कि खेत जोत दिया, दूसरा काम दीजिए।आलसी व्यक्ति  सोचता है कि इतना बड़ा खेत इसने इतनी जल्दी कैसे जोत दिया।



आलसी व्यक्ति इतना सोच ही रहा था कि जिन्न बोलता है कि जल्दी मुझे काम बताओ नहीं तो मैं आपको खा जाऊंगा।


आलसी व्यक्ति डर जाता है और बोलता है कि जाकर खेतों में सिंचाई करो। जिन्न फिर वहां से गायब हो जाता है और थोड़ी ही देर में फिर आ जाता है। जिन्न आकर बोलता है कि खेतों की सिंचाई हो गई, अब अगला काम बताइए।



आलसी व्यक्ति एक-एक कर सभी काम बताता जाता है और जिन्न उसे चुटकियों में पूरा कर देता है।आलसी व्यक्ति  की पत्नी यह सब देख रही थी और अपने पती के आलसीपन पर चिंता करने लगी। शाम होने के पहले ही जिन्न सभी काम कर देता था। सब काम करने के बाद जिन्न आलसी व्यक्ति के पास आ जाता और बोलता कि अगला काम बताइए, नहीं तो मैं आपको खा जाऊंगा।



अबआलसी व्यक्ति  के पास कोई भी काम नहीं बचा, जो उसे करने के लिए कह सके। उसे चिंता होने लगी है और वह बहुत डर जाता है।



जब आलसी व्यक्ति की पत्नी अपने पती को डरा हुआ देखती है, तो अपने पती को इस संकट से निकालने के बारे में सोचने लगती है। वह  आलसी व्यक्ति से बोलती है कि स्वामी अगर आप मुझे वचन देंगे कि आप कभी आलस नहीं करेंगे और अपने सभी काम खुद करेंगे, तो मैं इस जिन्न को काम दे सकती हूं।


इस पर  आलसी व्यक्ति सोचता है कि पता नहीं यह क्या काम देगी। अपनी जान बचाने के लिए आलसी व्यक्ति  अपनी पत्नी को वचन दे देता है। इसके बाद आलसी व्यक्ति की पत्नी जिन्न से बोलती है कि हमारे यहां एक कुत्ता है। तुम जाकर उसकी पूंछ पूरी सीधी कर दो। याद रखना उसकी पूंछ एकदम सीधी होनी चाहिए।




जिन्न बोलता है कि अभी यह काम कर देता हूं। यह बोलकर वह वहां से चला जाता है। लाख कोशिश के बाद भी वह कुत्ते की पूंछ सीधी नहीं कर पाता और हार मान लेता है। हारकर जिन्न आलसी व्यक्ति के यहां से चला जाता है। उस दिन के बाद से आलसी व्यक्ति अपने आलस को छोड़कर सभी काम करने लगता है और उसका परिवार खुशी-खुशी रहने लगता है।

कहानी से सीख

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