यूँ तो मैं
कर सकता हूँ .. प्रेम
धरती से
प्रकृति से
आकाश से
चाँद की
सुंदरता से
वन उपवन से
पहाड़ .. नदियों से
कल-कल कर
बहते झरनों से
हो सकता है
कभी स्वयं से
मग़र नहीं
कर सकता मैं
तुमसे किया प्रेम
“किसी और से”
पीएम नरेंद्र मोदी जी का एक और ऐतिहासिक फ़ैसला जिसने हमारे पूज्य प्रधानमंत्री जी के गौरव के साथ - साथ भारत के भी सम्मान को भी बढ़...
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