किसी दिन
यूँ बरसे
कोई बादल
की भिगो दे
बरसों से सूखे पड़े
इस दिल को
और जिससे .. फूटें
कुछ कोपलें .. जो
भर दे .. धड़कनों से
इस सूखे दिल के गुलिस्तां को ..!!
काश!
पर अब असम्भव ही है
ऐसा कुछ भी होना ..!!
पीएम नरेंद्र मोदी जी का एक और ऐतिहासिक फ़ैसला जिसने हमारे पूज्य प्रधानमंत्री जी के गौरव के साथ - साथ भारत के भी सम्मान को भी बढ़...
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