गुज़र जाऊंगा
एक रोज़ मैं भी
जैसे गुज़र
जाते हैं सभी
यूँ कहानियां
किस्से .. कविताएं
लिखते लिखते
छोड़ जाऊंगा
इन कविताओं
कहानियों को
किसी किताब
में लिखकर
सुनो!
बस किसी रोज़ तुम
उस किताब को अपने
सीने से लगा लेना
मेरी इन कविताओं
कहानियों के साथ साथ
हमें भी मोक्ष मिल जाएगा .!!
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