Monday, March 29, 2021

 ...


तेरी बाहों का

दायरा ही है

आकाश मेरा


तुम साथ

होती हो

जानाँ ! तो

ज़मीं पर

नहीं होते

कदम मेरे


उड़ता हूँ

तुझ संग

सपनों के

आसमां में


बहुत जल्द

अब

हक़ीकत में

चलूंगा ज़मीं पे

संग तेरे

थाम कर

तेरा हाँथ

मेरी ज़िंदगी ..!! 


अंकित तिवारी :)) 

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