Wednesday, April 14, 2021

 


लगा कर तुझको सीने से ....  बंद कर ली हैं आंखें

जो ये ख़्वाब हो तो नींद में ही रहना चाहूंगा ताउम्र..!!


हालात-ए-ज़िंदगी ने ऐसे मोड़ पे लाकर खड़ा किया हमें

जिनको समझा था अपना .. उन्होंने भी पराया किया हमें.!!


वो जो बात बात पर ये कहते हैं न की अरे! हम तो आपके

अपने हैं .. कभी भी कोई जरूरत हो याद करना .. सच में

इन अपनों से ज्यादा ग़ैर कोई नहीं होता ...!!


अंकित तिवारी 

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