लगा कर तुझको सीने से .... बंद कर ली हैं आंखें
जो ये ख़्वाब हो तो नींद में ही रहना चाहूंगा ताउम्र..!!
हालात-ए-ज़िंदगी ने ऐसे मोड़ पे लाकर खड़ा किया हमें
जिनको समझा था अपना .. उन्होंने भी पराया किया हमें.!!
वो जो बात बात पर ये कहते हैं न की अरे! हम तो आपके
अपने हैं .. कभी भी कोई जरूरत हो याद करना .. सच में
इन अपनों से ज्यादा ग़ैर कोई नहीं होता ...!!
अंकित तिवारी
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