सुनो!
मैं न मांग सका
उस ईश्वर से
की तुम हमें मिल जाओ
मैं माँग आया हूँ
उस ईश्वर से की
तुम मांग लो हमें उस से..!!
अंकित तिवारी
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ज़ीस्त के तपते........सहरा में
एक दरख़्त की छाया......तुम....!!
अंकित तिवारी
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मैं....अपने सीने से....अब तुम्हें......लगाना चाहता हूँ
मैं सिर्फ़ औ सिर्फ़ तुम्हारा हूँ.....तुम्हें बताना चाहता हूँ..!!
अंकित तिवारी
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