सुनो जानां,
अब ना समेटना
तुम अपने
आँचल में
ज्येष्ठ के
सूरज की तपिश
की अब मेरे
ह्रदय से
इतनी तपिश
सही न जाएगी।।
अंकित तिवारी
पीएम नरेंद्र मोदी जी का एक और ऐतिहासिक फ़ैसला जिसने हमारे पूज्य प्रधानमंत्री जी के गौरव के साथ - साथ भारत के भी सम्मान को भी बढ़...
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