..
मैं .. जहाँ
कहीं भी हूँ
वहाँ .. तुम
क्यों नहीं हो
.
.
तुम
कहती हो
तुम .. मुझमें
ही बसी हुई हो
.
.
तो फ़िर
मेरी आँखों से
ओझल
क्यों हो तुम..??
अंकित तिवारी
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