Wednesday, April 21, 2021

जैसे
सुबह का सूरज
बिखेर देता है
धूप.......हरे-भरे बाग़ानों पर
.
.
.
कुछ वैसे ही
वो अपने खुले केशों को
हर सुबह
बिखेर देती है......मेरे शानों पर....!!

अंकित तिवारी 

No comments:

Post a Comment

संसद भवन में स्थापित सेंगोल का क्या इतिहास है ?(पांच हजार पूर्व का इतिहास )

पीएम नरेंद्र मोदी जी का एक और ऐतिहासिक फ़ैसला जिसने हमारे पूज्य प्रधानमंत्री जी के गौरव के साथ - साथ भारत के भी सम्मान को भी बढ़...