जैसे
सुबह का सूरज
बिखेर देता है
धूप.......हरे-भरे बाग़ानों पर
.
.
.
कुछ वैसे ही
वो अपने खुले केशों को
हर सुबह
बिखेर देती है......मेरे शानों पर....!!
अंकित तिवारी
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
संसद भवन में स्थापित सेंगोल का क्या इतिहास है ?(पांच हजार पूर्व का इतिहास )
पीएम नरेंद्र मोदी जी का एक और ऐतिहासिक फ़ैसला जिसने हमारे पूज्य प्रधानमंत्री जी के गौरव के साथ - साथ भारत के भी सम्मान को भी बढ़...
-
घरेलू स्त्रियों के पास होते हैं बहुत सारे आंसू आँसू....हर घटना के लिए आँसू जो....देन होते हैं घर के पुरुषों की......!! अंकित तिवारी ***...
-
जिन सपनों को हम किसी से साझा करने में कतराते हैं कहते हैं! हम उन सपनों को कभी पूरा नहीं कर सकते बस यही सोच हमने कर दिया है अपना सपना तुम...
-
आज चाय पीते हुए मेरे मन में ख्याल आया कि काश एक दिन ऐसा होता मेरे पति देव सुबह सुबह मुझे चाय देते हुए उठाते । वो भी चाय कि साधारण कप नही । ...
No comments:
Post a Comment